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Thursday, July 14, 2016

वनप्लस 3 में कैसे इस्तेमाल करें बिल्ट-इन पैडोमीटर का ?

वनप्लस 3 स्मार्टफोन के बारे में तो आपने सुना ही होगा और इसमें क्या-क्या फीचर हैं, इससे भी आप भली-भांति परिचित होंगे। पर आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं, शायद यह बात आपको मालूम न हो। जी हाँ ! हम बात कर रहे हैं, वनप्लस 3 स्मार्टफोन में दिए गए बिल्ट-इन पैडोमीटर का। जिसका जिक्र वनप्लस की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध नहीं है। अब आप सोच रहे होंगे की कैसे पता लगाएं, कि आपके स्मार्टफोन में पैडोमीटर सेंसर दिया गया है या नहीं ? तो आइए हम बताते हैं :-

सबसे पहले आप गूगल प्लेस्टोर से सीपीयू-जेड (CPU-Z) नामक एप्प को अपने फ़ोन में इनस्टॉल करें। यह एप्प आपके स्मार्टफोन के सारे हार्डवेयर की जानकारी आपको प्रदान करती है। अब इस एप्प में सेंसर वाले टैब को चुने। यहाँ आपको आपके स्मार्टफोन में मौजूद सारे सेंसर्स की जानकारी प्राप्त होगी, चूँकि हम यहाँ बात वनप्लस 3 स्मार्टफोन की कर रहे हैं, तो आप नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट पर आसानी से स्टेप डेटेक्टर सेंसर व पैडोमीटर सेंसर को देख सकते हैं। जिससे यह पुष्टि होती है कि इसमें पैडोमीटर सेंसर दिया गया है। 


कैसे इस्तेमाल करें वनप्लस 3 स्मार्टफोन में पैडोमीटर का :-

पैडोमीटर, आपके द्वारे चले गए कदमो को गिनने का यंत्र होता है। इसे अपने फ़ोन में इस्तेमाल करने के लिए आप कोई भी फिटनेस ट्रैकिंग एप्प का इस्तेमाल कर सकते हैं, उदाहरणतः पेसर (Pacer -Pedometer App) एप्प। 

      

इस एप्प को आप अपने स्मार्टफोन पर इनस्टॉल करें। इनस्टॉल करने के बाद एप्प के ऑप्शन में जाकर पैडोमीटर प्रेफस (Pedometer Prefs) के ऑप्शन को चुने, अब मोड (Mode) पर टेप कर बिल्ट-इन स्टेप-काउंटर का चयन करें। अब आपकी एप्प आपके स्टेप्स को रिकॉर्ड करने के लिए तैयार है। आप कुछ कदम चल कर स्क्रीन पर अपने कदमो की गिनती आसानी से देख सकते हैं। 

तो है न यह एक मजेदार फीचर, जिसकी जानकारी आपको पहले नहीं थी। ऐसे ही अन्य टिप्स-ट्रिक्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहे। 

Wednesday, June 8, 2016

क्या करें अगर आपका स्मार्टफोन गिर गया हो पानी में !

यदि आपका स्मार्टफोन पानी में गिर जाये, तो आप क्या करेंगे। अक्सर हमारे साथ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं कि अचानक हमारा फ़ोन पानी में गिर जाता है, या फिर कभी अचानक हुई बारिश में हम अपने स्मार्टफोन को पानी से नहीं बचा पाते और अगर फ़ोन पानी की वजह से ख़राब हो गया तो हमारी जेब खाली होनी पक्की है। तो क्या इसका कोई उपाय नहीं है कि हम भीगने के बावजूद भी अपने फ़ोन को सुरक्षित रख सकें तो इसका जवाब है "हाँ बिलकुल!" आप अपने फ़ोन को भीगने के बाद भी सुरक्षित रख सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे:-

यदि आपका फोन भीग गया है तो सबसे पहले उसे ऑफ कर दें, भूलकर भी उसे इस्तेमाल करके चेक करने की कोशिश न करें, इससे फ़ोन के अंदरूनी पार्ट्स में शार्ट-सर्किट हो सकता है। फिर यदि आपके फ़ोन की बैटरी रिमूवेबल हो तो फॉरेन उसे निकल कर सूखा लें, साथ ही फ़ोन से सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड इत्यादि निकल लें। अब फ़ोन को कपडे से अच्छी तरह पोंछ कर सूखा लें। अभी भी आपका फ़ोन उपयोग के लिए तैयार नहीं हैं, क्यूंकि अंदरूनी पार्ट्स में घुसा पानी अभी तक सूखा नहीं है। इन्हे सुखाने के लिए कभी भी ब्लो ड्रायर या हेयर ड्रायर का इस्तेमाल न करें बल्कि अपने फ़ोन को सिलिका जेल के पाउच में रख दें, यदि सिलिका जेल उपलब्ध ना हो तो घबराइए नहीं, आप इसे अपने चावल के कंटेनर के अंदर भी रख सकते हैं।

चावल नमी सोखने में काफी कारगर होते हैं, किन्तु इसके लिए आपको अपना फ़ोन कम से कम 1 से 2 दिन के लिए रखना होगा, ताकि नमी पूरी तरह से निकल जाये। अब आप बैटरी व सिम लगाकर चेक कर सकते हैं, आपका फ़ोन आसानी से काम करने लगेगा। 


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Monday, June 6, 2016

क्या है इंटरनेट स्पीड ?

नमस्कार दोस्तों, आज गैजेट्स तड़का पर हम जानेंगे इंटरनेट स्पीड के बारे में। आपने अक्सर देखा होगा की जब हम इंटरनेट का कोई प्लान लेते हैं, तो उसमे स्पीड काफी ज्यादा दिखती है पर जैसे ही हम कुछ डाउनलोड करते हैं तो स्पीड उतनी नहीं मिल पाती। उदाहरण के लिए जैसे आपके पास 2 एमबीपीएस का प्लान है, तो इस हिसाब से 2 एमबी की फाइल को डाउनलोड होने में सिर्फ 2 सेकण्ड्स लगने चाहिए किन्तु ऐसा होता नहीं, बल्कि आपकी फाइल 8 से 10 सेकण्ड्स में पूरी डाउनलोड होती है। ऐसा क्यों ? क्या आपसे ज्यादा पैसे वसूल कर आपकी इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनी आपको बेवक़ूफ़ बना रही है ? तो जवाब है नहीं ! अब आप सोच रहे होंगे क्यों नहीं, तो आइये जवाब देते हैं आपकी इस समस्या का।


सबसे पहले हम ये जान लेते हैं की डिजिटल यूनिट्स को मापने की छोटी इकाइयां होती हैं बिट्स (Bits) और बाइट्स (Bytes). बिट्स छोटी इकाई है और बाइट्स बड़ी। 1 बाईट में 8 बिट्स होते हैं। इसी प्रकार यह आगे बढ़कर किलोबिट्स, किलोबाइट्स, मेगाबिट्स, मेगाबाइट्स आदि होते हैं। 
तो जो इंटरनेट स्पीड हमे प्रदान की जाती है, वो होती है मेगाबिट्स पर सेकंड में या MbpS और हम जो फाइल डाउनलोड करते हैं उसका आकार होता है मेगाबाइट्स में। इसलिए आप जब भी इंटरनेट स्पीड देखें तो एम के बाद लिखे बी (B) पर जरूर गौर करें अगर यह छोटा है तो समझ लीजिए आपकी स्पीड बिट्स में हैं किन्तु अगर यह बड़ा है अर्थात कैपिटल लेटर में हैं तो समझ लीजिए यह बाइट्स में है। अब जानते हैं कौन सी स्पीड है बेहतर:-

जैसे की हमने अभी जाना कि 8 बिट बराबर होता है 1 बाइट के। 
तो 1 मेगाबिट पर सेकंड (Mbps) का मतलब हुआ 10,00,000 बिट्स (Bits) पर सेकंड। 
तो इसी प्रकार 1 मेगाबाईट (MBps) बराबर हुआ 10,00,000 बाइट्स (Bytes) के। 
और 10,00,000 बाइट्स (Bytes) बराबर होगा 80,00,000 बिट्स (Bits) के। 
तो इससे हमे ज्ञात हुआ कि आपके 8 मेगाबिट्स (Mbps) की स्पीड बराबर होगी 1 मेगाबाईट (MBps) के। 
यानी अगर आपको 8 एमबी की फाइल डाउनलोड करनी है और आपके पास 8 एमबीपीएस (Mbps) का इंटरनेट कनेक्शन है, तो आपको उस फाइल को डाउनलोड करने में 1 सेकंड नहीं बल्कि पुरे 8 सेकण्ड्स लगेंगे। 
उम्मीद करते हैं , आपको इंटरनेट से जुडी इस अहम जानकारी से काफी लाभ हुआ होगा। यदि अभी भी आपका इंटरनेट स्पीड के बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं। 


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Thursday, June 2, 2016

अनचाही कॉल्स व एमएसएस की शिकायत के लिए, ट्राई ने लांच की एंड्राइड ऐप्प

जैसा की आप जानते ही हैं कि आजकल आपके फ़ोन पे आने वाली कॉल्स और एसएमएस ज्यादातर कंपनी के प्रचार के ही होते हैं। इनसे निपटने के लिए आपने डीएनडी (डू नॉट डिस्टर्ब) सर्विस भी एक्टिवेट की होगी, पर फायदा कुछ नहीं हुआ। इस समस्या को देखते हुए ट्राई (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) ने डीएनडी सर्विसेज नामक ऐप्प लांच की है, जिसकी सहायता से आप अनचाही कॉल्स व एसएमएस के बारे में शिकायत कर सकते हैं। 
(डीएनडी सर्विस ऐप्प का स्क्रीनशॉट )

इस ऐप्प की सहायता से आप डीएनडी सर्विस को एक्टिवेट तथा डीएक्टिवेट कर सकते हैं, साथ ही अनचाही कॉल्स की शिकायत अपने सर्विस प्रोवाइडर से कर सकते हैं। इस एप्प में आपको अपने डीएनडी सर्विस का स्टेटस तथा शिकायत के स्टेटस का भी पता चल सकेगा। ट्राई के अनुसार इस ऐप्प के कुछ फीचर्स को इस्तेमाल करने के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी की आवश्यकता होगी किन्तु ज्यादातर फीचर्स एसएमएस की सहायता से ही उपलब्ध होंगे। 


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Monday, July 27, 2015

आज लॉन्च होगा वनप्लस 2, कैसे अभी से सुरक्षित करें इसे लेने के लिए इन्वाइट ?

आज वनप्लस अपने बहुप्रतीक्षित स्मार्टफोन वनप्लस 2 को लॉन्च करने जा रहा है। जैसा की आपको विदित होगा की वनप्लस के स्मार्टफोन को खरीदने के लिए आपको एक विशेष इन्वाइट की जरुरत होती है, जो विशेष कांटेस्ट व प्रमोशनल ऑफर्स के तहत दिए जाते हैं या फिर किसी वनप्लस स्मार्टफोन ग्राहक से भी इन्वाइट प्राप्त किये जा सकते हैं। वनप्लस ने घोषणा की है कि इस बार इन्वाइट प्रक्रिया को आसान व उन्नत किया जायेगा। वनप्लस 2 खरीदने के लिए आपको इन्वाइट प्राप्त करना होगा, फिर इसे अपने अकाउंट में क्लेम करना होगा तब जाकर आप वनप्लस 2 स्मार्टफोन को खरीद पाएंगे। 

कैसे हासिल करें इन्वाइट :-
अगर आप भी वनप्लस 2 स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं तो अभी से इन्वाइट प्रक्रिया में भाग लेकर अपना इन्वाइट पक्का कर लें। इसके लिए निम्न निर्देशों को पालन करें :-

  • इस लिंक पर क्लिक करें। 
  • सम्बंधित स्थान पर अपना ईमेल एड्रेस लिख कर काउंट मी इन पर क्लिक करें। 
अब आपका वनप्लस इन्वाइट सुरक्षित हो गया है। अगर कोई इन्वाइट होने के बावजूद उसे इस्तेमाल नही कर पता है तो इस स्थिति में इस रिज़र्व लिस्ट में शामिल लोगो को इन्वाइट प्रदान किया जायेगा। अपना स्थान सूची में ऊपर लाने के लिए अधिक से अधिक लोगो को अपना रेफ्रेरल लिंक शेयर करें। 

Thursday, July 9, 2015

1mg ऐप्प के साथ अब दवाईयों की सारी जानकारी होगी आपकी जेब में!

आपने अक्सर गौर किया होगा कि अधिक बीमार होने के बावजूद भी कुछ लोग दवाईयों का सेवन करने से बचते रहते हैं। उनके मन में यही विचार रहता है कि दवाईयों से उन्हें लाभ तो होगा ही किन्तु उनकी सेहत पर इनसे कोई विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। और अक्सर ऐसे मामले भी सामने आते हैं, जिसमे डॉक्टर अत्यधिक महंगी दवाईयां या ऐसी दवाइयाँ लिख देते हैं जो आपके नज़दीकी मेडिकल स्टोर्स पर उपलब्ध नही होत्ती। किन्तु बाजार में ऐसी दवाईयां भी उपलब्ध होती हैं जो उन्ही घटकों से मिलकर बनती है और काफी कम दाम पर उपलब्ध भी होती है। पर इन सबकी जानकारी इक्कट्ठा करना काफी मुश्किल कार्य है। इसी समस्या को ध्यान में रखते आज हम आपको बताने जा रहे हैं 1mg ऐप्प के बारे में। यह ऐप्प आपको सारी दवाईयों की जानकारी तो देता ही है, साथ ही उसके विकल्पों की जानकारी भी देता है जो उससे कम या अधिक कीमत पर उपलब्ध हैं। इतना ही नही इस एप्प की मदद से आप दवाईयों को ऑनलाइन आर्डर कर घर पर मंगा सकते हैं।


आइये नज़र डालते हैं इस एप्प की खूबियों पर :-
  • साइड इफ़ेक्ट की जानकारी:- इस एप्प की सहायता से दवाईयों से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में आसानी से जानकारी हासिल की जा सकती है। 
  • विकल्पों की जानकारी:- अगर कोई दवा अधिक महंगी है या आपके नजदीकी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध नही है, तो इस ऐप्प की मदद से आप उन दवाईयों के बारे में जान सकते हैं जो उन्ही घटकों से मिलकर बनती है और उतनी ही प्रभावशाली होती हैं। 
  • दवाई का पूरा ब्यौरा:- दवाई किस रोग के उपचार के लिए बनाई गयी है, किन-किन घटकों से मिलकर बनी हुई है, कैसे कार्य करती है इसकी सारी जानकारी भी इस एप्प में उपलब्ध है। 
  • ऑनलाइन आर्डर:- इस एप्प की सहायता से आप दवाइयाँ ऑनलाइन आर्डर भी कर सकते हैं। यह सुविधा अभी सिर्फ दिल्ली, फरीदाबाद, ग़ज़िआबाद तथा नोएडा में ही उपलब्ध है। 
1mg ऐप्प एंड्राइड, आईफोन तथा विंडोज स्मार्टफोन्स के लिए उपलब्ध है। डाउनलोड करने की लिए नीचे दिए गए लिंक्स पर क्लिक करें:-


1mg ऐप्प को उपयुक्त लिंक से डाउनलोड कर इनस्टॉल करें। एप्प को ओपन करें। अब आपको 2 टैब दिखाई देंगे, पहले टैब में में आर्डर करने का ऑप्शन होगा जिसमे आप डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन अपलोड कर दवाई आर्डर कर सकते हैं और दूसरी टैब में दवाई सर्च करने का ऑप्शन दिया होगा। अब सर्च बार में दवाई का नाम लिखें जिसकी आपको जानकारी चाहिए। उपयुक्त दवाई व कंपनी का चयन करें। अब आपके सामने कई टैब्स दिखाई देंगे जिनमे- दवाई की जानकारी, दवा सम्बन्धी पूछे गए सवाल तथा दवाई की कीमतों के साथ विकल्प दिखाई देंगे। आप इसी टैब से दवाई आर्डर या अपने परिचितों को शेयर कर सकते हैं। तो है न इस ऐप्प को इस्तेमाल करना बेहद ही आसान। आज ही डाउनलोड करें, और जाने अपनी दवाइयों के बारे में। 

Saturday, July 4, 2015

अब बचाईये अपना बहुमूल्य मोबाइल डेटा, ओपेरा मैक्स के साथ

आपने ओपेरा मिनी ब्राउज़र के बारे में तो सुना ही होगा। ओपेरा ब्राउज़र, वेब पेज को संकुचित कर, आपका मोबाइल डेटा तो बचाता ही है, साथ ही पेज को तेज़ गति से लोड भी करता है। यह काफी लोकप्रिय एप्लीकेशन है तथा फीचर फ़ोन से स्मार्टफोन, सभी के लिए उपलब्ध है। इसी की तर्ज़ पर ओपेरा ने एक नयी मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च की है- Opera Max, जो आपके पूरे स्मार्टफोन पर व्यय होने वाले मोबाइल या वाईफाई डेटा को संकुचित करके, डेटा बचाती है। इस ऐप्प की सहायता से आप बैकग्राउंड में चल रही ऐसी एप्प्स को भी ब्लॉक कर सकते हैं, जो व्यर्थ में आपका इंटरनेट डेटा इस्तेमाल कर रही हैं। ओपेरा मैक्स, डेटा बचाने व डेटा प्रबंधन का एक उपयोगी ऐप्प है, जो मोबाइल डेटा कनेक्शन के साथ वाईफाई पर लगभग किसी भी मोबाइल ऐप्प पर वीडिओज़ और फोटोज को संकुचित करता है तथा आपका लगभग 50% तक डेटा बचाता है। 

कैसे करें ओपेरा मैक्स इस्तेमाल :-

इस ऐप्प को आप आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। यह ऐप्प गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध है, डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें। ऐप्प को डाउनलोड करके ओपन करें। ऐप्प पर सेव डेटा पर क्लिक करें, आपको एक वीपीएन कनेक्शन का नोटिफिकेशन प्राप्त होगा। आई ट्रस्ट द एप्लीकेशन पर टिक करके कन्फर्म करें।

अब आपके डेटा सेविंग की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। ऐप्प को नोटिफिकेशन पैनल पर आपको सभी एप्प्स द्वारा प्रयोग किया गया डेटा और बचत का ब्यौरा दिखाई देगा। अगर आपको लगता है कि कोई ऐप्प बैकग्राउंड में चल रही है और अनावश्यक डेटा इस्तेमाल कर रही है, तो इस ऐप्प की सहायता से उसे ब्लॉक कर दें। वह ऐप्प तब तक मोबाइल डेटा इस्तेमाल नही कर पायेगी, जब तक आप उसे अनब्लॉक नहीं करेंगे। इसी के साथ यह आपके इंटरनेट कनेक्शन की स्पीड में भी सुधार करेगा। 

अगर आप भी अपने डेटा पैक के जल्दी खत्म होने से परेशान हैं, तो आज ही इनस्टॉल करें, ओपेरा मैक्स और बचाएँ अपना बहुमूल्य डेटा। 

Wednesday, July 1, 2015

क्या है डिजिटल लॉकर ? कैसे करें इस्तेमाल ?

डिजिटल इंडिया सप्ताह का आज से आगाज़ हो गया है। यहाँ प्रधानमंत्री ने डिजिटल लॉकर प्रणाली को लॉन्च कर दिया है। आखिर क्या है डिजिटल लॉकर और कैसे करता है यह काम, आइये जानते हैं।



डिजिटल लॉकर को पांच कारकों द्वारा समझा जा सकता है :-

  • आधार द्वारा पंजीकरण 
  • डाक्यूमेंट्स अपलोड 
  • सरकार द्वारा जारी दस्तावेज देखें 
  • डिजिटली साइंड डाक्यूमेंट्स 
  • अपने डाक्यूमेंट्स साझा करें 

क्या है डिजिटल लॉकर:-
डिजिलॉकर निजी संग्रह का समर्पित स्थान है, जो प्रत्येक नागरिक की आधार संख्या से जुड़ा हुआ है। डिजिलॉकर का उपयोग ई-दस्तावेज़ों का सुरक्षित रूप से संग्रह करने के साथ-साथ समान संसाधन पहचानकर्ता (यूआरआई) का संग्रह करने के लिए किया जा सकता है| डिजिलॉकर प्रणाली के हिस्से के रूप में प्रदान की गई ई-साइन सुविधा का उपयोग जारी करने वाले विभिन्न विभागों द्वारा जारी ई-दस्तावेज़ों के समान संसाधन पहचानकर्ता लिंक (कड़ी) पर डिजिटल रूप से हस्ताक्षर करने के लिए किया जा सकता है।

कैसे बनाएं एकाउंट:-

डिजिलॉकर मे पंजीकरण करने के लिए आपको यूआईडीएआई के साथ पंजीकृत एक वैध आधार संख्या की आवश्यकता है। "इंटर आधार नंबर" के बॉक्स में अपनी आधार संख्या लिखें। 
कृपया निर्धारित आधार संख्या के कॉलम मे अपना आधार संख्या अंकित करें। उपयोगकर्ता के प्रमाणीकरण के लिए दो विकल्प दिए गये हैं। "ओ.टी.पी. का प्रयोग करें" या "अंगूठे के निशान का प्रयोग करें।" आप किसी एक विकल्प का चयन कर सकते हैं। 
1. " ओ.टी.पी. का प्रयोग करें" पर क्लिक करने के बाद, एक ओ.टी.पी. (वन टाइम पासवर्ड- एक बार का पासवर्ड) अपने आधार के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को यूआईडीएआई द्वारा भेजा जाएगा।
अपना ओ.टी.पी. अंकित करें तथा "वेरीफाई" पर क्लिक करें। अगर ओ.टी.पी. वैध है तभी उपयोगकर्ता को अधिकृत माना जायगा तथा अगले पृष्ट पर यूज़र नेम तथा पासवर्ड अंकित करने पर पंजीकरण पूर्ण होगा।


2. “अंगूठे के निशान का प्रयोग करें" क्लिक करते ही एक पेज खुलेगा जहाँ आपको उंगलियों के निशान पर आपको अंगूठे का निशान लगाना है। अगर निशान वैध है तभी उपयोगकर्ता को अधिकृत माना जायगा तथा अगले पृष्ट पर यूज़र नेम तथा पासवर्ड अंकित करने पर पंजीकरण पूर्ण होगा।


3. अब आप अपना यूजरनाम और पासवर्ड का चयन कर लें। इसके बाद आप अपने दस्तावेजों को इस डिजिटल लॉकर में अपलोड कर सकते हैं, साथ ही सरकार द्वारा जारी किये गए अहम दस्तावेज भी देख सकते हैं। 

कैसे होगा आपको डिजिटल लॉकर से आपको लाभ :-

यह आपके दस्तावेज़ों के भौतिक उपयोग को कम कर देगा और ई-दस्तावेज़ों की प्रामाणिकता प्रदान करेगा यह आपको सरकार द्वारा जारी दस्तावेज़ों तक सुरक्षित पहुँच प्रदान करेगा। यह सरकारी विभागों और एजेंसियों पर प्रशासनिक भार को भी कम करेगा और नागरिकों के लिए सेवाएँ प्राप्त करना आसान बनाएगा।

Wednesday, May 27, 2015

किंगो रुट की मदद से एंड्राइड स्मार्टफोन्स को रुट करने का आसान तरीका

हम पहले ही आपको अनलॉक रुट सॉफ्टवेयर की सहायता से रुट करने का सुरक्षित तरीका बता चुके हैं। आज हम आपको अपने स्मार्टफोन को रुट करने की एक और आसान व सुरक्षित विधि बताने जा रहे हैं। यह विधि है "रूटिंग विद किंगो रुट"।

वैसे स्मार्टफोन को रुट करने के फायदों और नुकसानों के बारे में तो आपको पता ही होगा पर फिर भी नज़र डालिये इन कुछ विशेष फायदों पर :-
  • परफॉरमेंस में सुधार 
  • बैटरी लाइफ में सुधार 
  • रुट ऍप्स पर एक्सेस 
  • कंपनी के प्री-इन्सटाल्ड ऍप्स से छुटकारा 
  • फ़ोन के रोम पर पूरा अधिकार 
अब बात करते हैं रुट करने के तरीके के बारे में। तो देखिये जनाब इसके लिए अहम चीजें जो आपको चाहिए होगी वो हैं एक इंटरनेट कनेक्शन और एक कंप्यूटर। यह तरीका सभी कम्पनियों जैसे माइक्रोमैक्स, सैमसंग, एचटीसी, मोटोरोला, लेनोवो आदि के स्मार्टफोन्स को सपोर्ट करता है और पूरी तरह से सुरक्षित है। इस तरीके द्वारा टेस्ट किये गए स्मार्टफोन की सूची देखने के लिए यहाँ क्लिक करें :-


इन चरणों को सावधानी पूर्वक अपनायें और अपने स्मार्टफोन को रुट करें :-
  • इस लिंक से किंगो एंड्राइड रुट सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें। 
  • सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करने के बाद, ओपन करें। 
  • अब अपने एंड्राइड डिवाइस को कंप्यूटर से कनेक्ट करें और अपने स्मार्टफोन में यूएसबी डिबगिंग ऑप्शन को ओन करें। 
  • अब कंप्यूटर की स्क्रीन पर दिए निर्देशों का पालन करें और ROOT बटन पर क्लिक करें । 
  • प्रॉसेस के पूरे होने का इंतज़ार करें, रूटिंग पूरी होते ही आपको स्क्रीन पर सक्सेसफुल रुट का सन्देश प्राप्त होगा।
  • रुट की पुष्टि करने के लिए अपने स्मार्टफोन में सुपरयूजर एप्प को ढूंढें, अगर यह एप्प आपके स्मार्टफोन में मौजूद है तो आपका फ़ोन रुट हो चुका है, परन्तु अगर आपको अपने स्मार्टफोन में यह एप्प नही मिलती है तो कृपया दोबारा रुट करने का प्रयास करें। 
(रूटिंग प्रक्रिया के दौरान आपका फ़ोन कई बार रिबूट होगा, कृपया घबरायें नहीं और किसी भी परिस्थिति में प्रक्रिया के मध्य में अपने स्मार्टफोन को कंप्यूटर से डिसकनेक्ट न करें।)


नोट :- कृपया निर्देशों का सही से पालन करें, आपके स्मार्टफोन को होने वाली किसी भी समस्या के लिए गैजेट्स तड़का की कोई जिम्मेदारी नही होगी।

Thursday, May 21, 2015

अपने एंड्राइड स्मार्टफोन के फ़ॉन्ट्स को कैसे बदलें

क्या आप अपने एंड्राइड स्मार्टफोन पर दिखाई दे रहे फ़ॉन्ट्स से बोर हो गए हैं और चाहते हैं कि हर दिन आपको आपके स्मार्टफोन पर आपकी पसंद का फॉण्ट दिखाई दे ? तो आप बिलकुल सही जगह पधारें हैं , आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि एंड्राइड स्मार्टफोन के फ़ॉन्ट्स को बिना किसी परेशानी कैसे बदला जाये। 

इसके लिए आपको गूगल प्लेस्टोर से iFont नामक एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा।  यह एप्लीकेशन सैमसंग और एलजी के स्मार्टफोन्स पर आसानी से चल जाता है पर किसी और कम्पनी के स्मार्टफोन पर फ़ॉन्ट्स बदलने के लिए आपको अपने स्मार्टफोन को रुट करना पड़ेगा। ( स्मार्टफोन को आसानी से कैसे रुट करें जानने के लिए यहाँ क्लिक करें )

अब यह आसान चरण फॉलो करें और बदले अपने स्मार्टफोन के फ़ॉन्ट्स को :-

1. iFont एप्प इस  लिंक से डाउनलोड करें। 
2. एप्प को अपने स्मार्टफोन पर लांच करें। 
3. एप्प में मौजूद अपनी पसंद का फॉण्ट चुनें। 
4. फॉण्ट चुनने के बाद डाउनलोड बटन पर क्लिक करें। 
5. अब सेट बटन पर क्लिक करें और ओके चुनें। 
6. आपका स्मार्टफोन स्वतः रिबूट होगा ताकि आपके नए फॉण्ट इनस्टॉल हो सकें। 

आनंद लें अपने स्मार्टफोन पर नए बेहतरीन फ़ॉन्ट्स का। 

(अगर इनस्टॉल किया गया फॉण्ट आपको पसंद नही आता है और आप वापस अपना पुराना फ़ॉन्ट पाना चाहते हों तो एप्लीकेशन में "माय" ऑप्शन चुन कर फैक्ट्री फ़ॉन्ट्स का विकल्प चुनें, यह स्वतः आपके स्मार्टफोन में पुराना फॉण्ट इनस्टॉल कर देगा।  अन्य किसी भी सुझाव एवं जानकारी के लिए कमेंट करें। 

अपने कंप्यूटर पर व्हाट्सप्प का इस्तेमाल कैसे करें

व्हाट्सप्प त्वरित मेसेजिंग का सबसे लोकप्रिय ऐप्प है। इसके बारे में कौन नही जानता पर क्या आप जानते हैं कि अब आप इसका इस्तेमाल अपने कंप्यूटर पर भी आसानी से कर सकते हैं। व्हाट्सप्प की सुविधा अब कंप्यूटर पर भी उपलब्ध है इसके लिए व्हाट्सप्प ने नया क्रोम वेब क्लाइंट लांच किया है।  व्हाट्सप्प द्वारा लांच किया गया यह वेब क्लाइंट अभी सिर्फ गूगल क्रोम ब्राउज़र को ही सपोर्ट करता है। यह नया फीचर  एंड्राइड, विंडोज और ब्लैकबेरी पर उपलब्ध है। 

व्हाट्सप्प को कंप्यूटर पर कैसे इस्तेमाल करें :-

1.  व्हाट्सप्प का सबसे नवीनतम वर्जन अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड कीजिये। 
2. अब इस लिंक को अपने कंप्यूटर के क्रोम ब्राउज़र खोलें :- web.whatsapp.com
3. अब अपने स्मार्टफोन पर व्हाट्सप्प खोलें और ऑप्शन पर क्लिक करके व्हाट्सप्प वेब का ऑप्शन चुनें। 
4. अब अपने कंप्यूटर पर दिखाई दे रहे क्यूआर कोड को स्कैन करें। 
5. आपके स्मार्टफोन के कनेक्ट होने के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करें। 
6. अब अपने  कंप्यूटर पर व्हाट्सप्प का लुत्फ़ लें। 

यह फीचर व्हाट्सप्प के नवीनतम वर्जन पर चलेगा, इसलिए आपसे अनुरोध है कि यह फीचर इस्तेमाल करने से पहले अपने व्हाट्सप्प एप्लीकेशन को अपडेट लें। अन्य  किसी भी सुझाव या जानकारी के लिए कमेंट करें। 

अपने स्मार्टफोन को रुट करने का आसान तरीका

नमस्कार दोस्तों, आज हम आपको बताने जा रहे हैं अपने स्मार्टफोन को रुट करने के आसान  तरीके के बारे में। पर आगे बढ़ने से पहले  हम जान लेते हैं की आखिर क्या है ये रूटिंग?  रूटिंग एक प्रोसेस है जिसके माध्यम से हम एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले डिवाइस जैसे स्मार्टफोन्स, टेबलेट आदि पर एक प्राधिकृत अधिकार प्राप्त कर लेते हैं जो हमें अपने स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर या रोम को पूर्णरूप से कस्टमाइज करने की स्वतंत्रता प्रदान  करता है जो कि प्राय प्रतिबंधित होती है। यह प्राधिकृत अधिकार "रुट एक्सेस " कहलाता है। क्योंकि यह प्रतिबंधित होता है अतः इस बात का विशेष ध्यान रखें की रूटिंग आपके स्मार्टफोन  वारंटी को समाप्त कर देती है। 

अब सवाल उठता है कि कैसे मैं अपने फ़ोन को रुट करूँ। नेट पर बहुत से तरीके दिए  तो हैं पर मेरे स्मार्टफोन के लिए उचित तरीका कौन सा होगा ? यह सोचकर कई लोग रुट नहीं कर पाते। पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक आसान सा तरीका जो सामान्य है और बहुत से स्मार्टफोन को आसानी से रुट कर सकता है। यह तरीका है "रूटिंग विद अनलॉक रुट"।  अनलॉक रुट एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जो स्मार्टफोन को रुट करने में सहायता करता है। आइये जानते हैं स्टेप वाइज रूटिंग  तरीके :-

1. अनलॉक रुट का लेटेस्ट वर्जन डाउनलोड कीजिये (इस लिंक से :-  http://www.unlockroot.com)
2. अपने डिवाइस  ड्राइवर्स डाउनलोड कीजिये (अगर पहले से इनस्टॉल नही हैं तो )
3. अनलॉक रुट सॉफ्टवेयर तथा ड्राइवर्स इनस्टॉल कीजिये। 
4. अब अनलॉक रुट सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर पर खोलें। 
5. अब अब अपने स्मार्टफोन को कंप्यूटर से कनेक्ट करें और स्मार्टफोन पर यूएसबी डिबगिंग को ऑन करें। 
6. आपके स्मार्टफोन का नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। 
7. Root बटन पर क्लिक करें। 
8. अब कुछ समय प्रतीक्षा करें, आपको स्क्रीन पर रुट सक्सेसफुल का मैसेज प्राप्त होगा और आपका स्मार्टफोन स्वतः रिबूट होगा। 
9. अब अपने अपने स्मार्टफोन के ऐप्प मेनू में सुपरयूजर एप्प को ढूंढें, अगर आपके स्मार्टफोन में यह एप्प मौजूद है तो आप बधाई क पात्र हैं क्योंकि आपका स्मार्टफोन सफलतापूर्वक रुट हो चूका है। 

यह रूटिंग का एक आसान और सुरक्षित तरीका है, यह एंड्राइड 2.2 से ऊपर चलने वाले सभी स्मार्टफोन्स लिए वेध है।  अगर किसी वक़्त आपको अपनी वारंटी वापस पानी हो तो यही तरीका दोबारा इस्तेमाल करें और रुट की जगह अनरूट  ऑप्शन चुनें। रूटिंग गाइड 

कृपया ध्यान दें कि यह तरीका अपनी सूझ-बुझ से अपनाएं, गैजेट्स तड़का आपके डिवाइस में हुई किसी भी समस्या के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। 

Wednesday, May 20, 2015

गैजेट्स तड़का में आपका स्वागत है

नमस्कार,  आप सभी का हार्दिक स्वागत है गैजेट्स तड़का में। गैजेट्स तड़का एक नयी टेक्नोलॉजी वेबसाइट है, जो आपको हिंदी में टेक्नोलॉजी का कंटेंट उपलब्ध कराती है। आप सभी ने बहुत सी टेक्नोलॉजी वेबसाइट देखी होंगी, जो इंग्लिश में टेक्नोलॉजी कंटेंट प्रदान करती हैं परन्तु हिंदी में कंटेंट देने वाली वेबसाइट बहुत ही कम हैं या नहीं हैं। हमारे पास लगातार सुझाव आते हैं कि टेक्नोलॉजी में रूची तो है पर क्या करें हिंदी में टेक्नोलॉजी कंटेंट मिलता ही नही और इसी बात को ध्यान में रखकर हम शुरुआत कर रहे हैं- गैजेट्स तड़का की। गैजेट्स तड़का के माध्यम से हम हिंदी में टेक्नोलॉजी की जानकारी आप सभी तक पहुँचाना चाहते हैं।  गैजेट्स तड़का में आपको मिलेंगी गैजेट्स और टेक्नोलॉजी की ताज़ा खबरें, गैजेट्स, स्मार्टफोन्स और ऍप्स के बेहतरीन रिव्यूज़, रूटिंग गाइड्स, टिप्स एंड ट्रिक्स और भी बहुत कुछ वो भी हिंदी में।



हमारा उद्देश्य है कि भारत का प्रत्येक नागरिक टेक्नोलॉजी के बारे में जाने, वो भी अपनी मातृभाषा में। गैजेट्स तड़का के साथ, अब लगेगा टेक्नोलॉजी का तड़का वो भी हिंदी में। 
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